एक दुनिया बसाएँ
- 1 December, 2016
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-poem-about-build-a-world-by-sunil-saurabh/
- 1 December, 2016
एक दुनिया बसाएँ
चलो!
एक नई दुनिया बसाएँ
जहाँ न हो आतंक का भय
न हो किसी तरह का डर
नहीं मिले जहाँ प्रदूषण का जहर!
जहाँ मिले भगवान बुद्ध की ज्ञान-शांति
भगवान महावीर की अहिंसा
गुरुनानक का भाई-चारा
गुरुगोविंद सिंह का शौर्य!
सिर्फ, एक-दूसरे के सुख-दुःख में
हर किसी का उठे हाथ।
एक नयी दुनिया ऐसी बसाएँ
न हो कोई राजा, न कोई रंक
हर किसी का जीवन हो अनमोल
जहाँ हर कोई हो निष्कलंक!
बस इतनी है चाहत
जीवन का गीत गाएँ
जीवन का संगीत बजाएँ
सुर-ताल का मिलन कर
जीवन को आनंदमय बनाएँ!
Image : Buddha Investigator
Image Source : WikiArt
Artist : Nicholas Roerich
Image in Public Domain