इतिहास रचाने

इतिहास रचाने

मरकर जीना देख लिया
इस जीवन में मरना पड़ता है!

पिंजरे में देखा है फँसकर
विपदा में रोया है हँसकर
किया है काल-नाग में मुर्छित
सौ वर्षों के अनुबंधों पर
पराश्रित होना पड़ता है!

मेरी क्या विसात यहाँ पर
चिंतनीय हालात यहाँ पर
सदा ही करवट बदल-बदल कर
कटी उनींदी रात यहाँ पर
काल वैशाखी जब-जब आती
होश-हवास खोना पड़ता है!

बड़ा फासला जीने में है
फटे वस्त्र को सीने में है
कटु-मधु आसव पीने में है
साँस-साँस में टँगी जिंदगी
दुनिया में इतिहास रचाने
इस जीवन में मरना पड़ता है!


Image :The Farmer with Folded Arms
Image Source : WikiArt
Artist : Alexey Venetsianov
Image in Public Domain