तूने बख्शा है
- 1 April, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-gazal-about-tune-bakhsha-hai-by-krishna-kumar-prajapati-nayi-dhara/
- 1 April, 2022
तूने बख्शा है
तूने बख्शा है वो गम रक्खा है
आँसुओं से खुद को नम रक्खा है
मेरे मौला मेरी इज्जत रखना
राहे-उल्फत में कदम रक्खा है
खंजर, तीरो-कमां छोड़ दिया
अपने हिस्से में कलम रक्खा है
हमसे नाराज नहीं हैं बेटे
बाप होने का भरम रक्खा है
मालो-जर पर ही न जाओ मेरे
अपने बाजू में भी दम रक्खा है
आखिरी वक्त हे नेकी कर ले
क्यूँ बचाकर ये रकम रक्खा है
ये वही जाने ‘कुमार’ आखिर क्यूँ
रोशनी जुगनू में कम रक्खा है।
Image : Teacher
Image Source : WikiArt
Artist : Mihaly Munkacsy
Image in Public Domain