तूने बख्शा है

तूने बख्शा है

तूने बख्शा है वो गम रक्खा है
आँसुओं से खुद को नम रक्खा है

मेरे मौला मेरी इज्जत रखना
राहे-उल्फत में कदम रक्खा है

खंजर, तीरो-कमां छोड़ दिया
अपने हिस्से में कलम रक्खा है

हमसे नाराज नहीं हैं बेटे
बाप होने का भरम रक्खा है

मालो-जर पर ही न जाओ मेरे
अपने बाजू में भी दम रक्खा है

आखिरी वक्त हे नेकी कर ले
क्यूँ बचाकर ये रकम रक्खा है

ये वही जाने ‘कुमार’ आखिर क्यूँ
रोशनी जुगनू में कम रक्खा है।


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Artist : Mihaly Munkacsy
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