अँधेरे चंद लोगों का

अँधेरे चंद लोगों का

अँधेरे चंद लोगों का अगर मकसद नहीं होते
यहाँ के लोग अपने आप में सरहद नहीं होते

न भूलो, तुमने ये ऊँचाइयाँ भी हमसे छीनी हैं
हमारा कद नहीं लेते तो आदमकद नहीं होते

फरेबों की कहानी है तुम्हारे मापदंडों में
नहीं तो हर जगह बौने कभी अंगद नहीं होते

तुम्हारी यह इमारत रोक पाएगी हमें कब तक
वहाँ भी तो बसेरे हैं जहाँ गुंबद नहीं होते

चले हैं घर से तो फिर धूप से भी जूझना होगा
सफर में हर जगह सुंदर-घने बरगद नहीं होते।


Image : Paris Street, Rainy Day
Image Source : WikiArt
Artist : Gustave Caillebotte
Image in Public Domain