चिलचिलाती धूप में ये क्यारियाँ

चिलचिलाती धूप में ये क्यारियाँ

चिलचिलाती धूप में ये क्यारियाँ मर जाएँगी
क्यारियाँ जो मर गईं तो तितलियाँ मर जाएँगी

वंश को अपने बचाना चाहते हैं किस तरह
गर्भ होगा ही नहीं, जब लड़कियाँ मर जाएँगी

ये जरूरी है कि हम दो-चार आँसू थाम लें
मन हुआ डिजिटल तो सारी चिट्ठियाँ मर जाएँगी

खुद-परस्ती में हिलाओ पेड़ को मत इस तरह
डाल से चिपकी ये बूढ़ी पत्तियाँ मर जाएँगी

ये सियासत की बहस, हावी न कर जज्बात पर
इस जहर से जिंदगी की खूबियाँ मर जाएँगी।


Image : The Hedgecutter
Image Source : WikiArt
Artist : George Henry
Image in Public Domain

राहुल शिवाय द्वारा भी