सावनी उजास

सावनी उजास

हाथों में फूल ले कपास के
स्वर झूले सावनी उजास के

पागल-सी चल पड़ी हवाएँ
मंद कभी तेज

झूल रही दूर तक दिशाएँ
यादों की चाँदनी सहेज

झीनी बौछार में नहाये
फिर नंगे खेत

सरिता के आस-पास के
स्वर झूमे सावनी उजास के।


Image : Haystack under a Rainy Sky
Image Source : WikiArt
Artist : Vincent van Gogh
Image in Public Domain

महेश उपाध्याय द्वारा भी