उनको मेरा हबीब कहते हैं

उनको मेरा हबीब कहते हैं

उनको मेरा हबीब कहते हैं
जाने क्या क्या रक़ीब कहते हैं

इतनी नफ़रत को पाल कर दिल में
आप ख़ुद को अदीब कहते हैं

जिनकी आँखों का मर गया पानी
हम उन्हें बदनसीब कहते हैं

आपका सर है जिनके शानों पर
कैसे उनको ग़रीब कहते हैं

आपको इल्म ही नहीं शायद
लोग बातें अजीब कहते हैं।


Image : The beggar of Livorne
Image Source : WikiArt
Artist : Amedeo Modigliani
Image in Public Domain

समीर परिमल द्वारा भी