उसने ख़ुद को पाने तक

उसने ख़ुद को पाने तक

उसने ख़ुद को पाने तक
छाने हैं तहख़ाने तक

बस किरदार बचाने तक
ज़िंदा है मर जाने तक

सिर्फ़ मुझे ही सोचेगा
वो मुझ-सा हो जाने तक

मुझको ढूँढ़ न पाएगा
मुझमें गुम हो जाने तक

ख़ुद ही बेपहचान हुआ
इक पहचान बनाने तक

जाने कितनी बार मरा
वो आख़िर मर जाने तक।


Image : study-of-peonies
Image Source : WikiArt
Artist : Martin Schongauer
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