वह लौटेगा

वह लौटेगा

क्योंकि चर्चा से बाहर होना
समाप्त होना नहीं होता
चर्चित नहीं होना होता है!

सब देखेंगे
वह बचा रहेगा
पलाश के फूलों में तब भी
जब लाल पताकाओं से
धधक रही होगी पृथ्वी!

वह जन्मेगा बार बार
राजपथ की कंकरीली छाती चीर
कचनार दूब की तरह!

वह गाएगा
क्योंकि गाना ही सभ्यता की
अंतिम परिणति है!

वह हँसेगा
क्योंकि दु:ख का प्रतिउत्तर
इससे बेहतर हो नहीं सकता !


Image name: Flame of the forest, Free Fire
Image Source: Wikimedia Commons
Artist: Butea monosperma
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