रामलीला के बाद घर लौटता रावण
- 1 April, 2025
शेयर करे close
शेयर करे close

शेयर करे close
- 1 April, 2025
रामलीला के बाद घर लौटता रावण
शहर की 24×7 दुकान से ख़रीदता है
दूध की थैली और एक पैकेट ब्रेड
काली पोशाक, रामलीला की चकाचौंध के बाहर लगती है अनजान
जैसे शहर के बीचों बीच आ खड़ा हुआ हो कोई चिड़ियाघर से छूटा जानवर
मेकअप पुते चेहरे को ले जब पहुँचता है घर, पत्नी दरवाज़ा खोलती है
उसके घर मुँह अँधेरे रावण आया है
त्योहार के अंत में भोजन मिलने पर
तथाकथित रावण के बच्चे भगवान राम को धन्यवाद देते हैं
उनके पिता ने कहा है, भगवान पे
भरोसा रखो
(रावण हिंदी बोलता है, मिली-जुली पंजाबी के साथ)
सुबह होने के बिल्कुल पहले सो जाते हैं रावण और उसका परिवार
उसने नहीं हरी कोई सीता और मनाता है रोज़ राम को
अट्टहास करता है सिर्फ़ स्टेज पर
धीरे बोलने वाला हमारा रावण बहुत प्रेम करता है पत्नी से
और बच्चों से
इसीलिए रोज़ जाता है, अपने भगवान से लड़ने मैदान में
इसीलिए रोज़ देखते हैं लोग उसे
चिड़ियाघर से छूटे जानवर की तरह
एक महीने तक लगातार
हर साल
जब रामलीला ख़त्म होने पर
घर लौटता है
आख़री पैकेट दूध लिया जाएगा दो
हफ्ते बाद
दीवाली पर नहीं होती कोई झाँकी,
कोई लीला
दूध और तेल इस साल
फिर हो गए महँगे
पर थोड़ा सा तेल ले आया था
रामलीला के बाद घर लौटता रावण।