घरौंदा

घरौंदा

धूल में नहाए शैतान बच्चे
खेल रहे हैं घरौंदा-घरौंदा।
जोड़ रहे हैं ईंट के टुकड़े, पत्थर, सीमेंट के गुटके
बना रहे हैं नन्हे-नन्हे घर
हँस रहे हैं, तालियाँ पीट रहे हैं।

यह फ़िलिस्तीन का दुर्भाग्य है
कि उसके बच्चे अपने नन्हे घरों को बनाने के लिए
चुन रहे हैं मलबा
पड़ोसियों के ज़मीदोज़ हुए मकानों से।