लोग क़द से ख़ासे लंबे जा रहे हैं

लोग क़द से ख़ासे लंबे जा रहे हैं

लोग क़द से ख़ासे लंबे जा रहे हैं
किंतु मन से बौने होते जा रहे हैं

ज़िंदगी में लोग हैं बिल्कुल अकेले
फेसबुक पर दोस्त जुड़ते जा रहे हैं

आगे बढ़ने की ललक में किसने देखा
लोग कितना पीछे छूटे जा रहे हैं

हमने रिश्तों के लिए दौलत कमाई
अब उसी दौलत से रिश्ते जा रहे हैं

कौन मंदिर जाय है ईश्वर से डर कर
लोग अपने-अपने डर से जा रहे हैं

देखते रहिए इसे बाज़ार है ये
कितने ही बेचे-ख़रीदे जा रहे हैं


Image name: Self-portrait with bottle of wine
Image Source: WikiArt
Artist: Edvard Munch
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