नयी कविता और बिहार

नयी कविता से समसामयिक कविता का बोध नहीं होता है। यह समसामयिक हिंदी कविता की एक विशिष्ट धारा है। यह एक साहित्यिक प्रवृत्ति है और इसमें आज का भाव-बोध अधिक व्यंजना के साथ अभिव्यक्ति पाता है।

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