प्रतिरोध के विश्वकवि लैंगस्टन ह्यूज
ह्यूज तत्काल के सवालों से टकराते हुए ही संभवनीयता का सुंदर लोक रचते हैं। ममता, समता, प्रेम, सम्मान, सद्भाव और शांति के अभिनव लोक की संकल्पना ही ह्यूज को विश्वकवि बनाती है। इसी माने में भी प्रतिरोध के विश्वकवि ठहरते हैं!