जाने किसको मलाल होता है

जाने किसको मलाल होता है जब बुरा मेरा हाल होता हैदिल बराबर ही टूटकर रोया इश्क में ये कमाल होता हैक्या तुम्हारी है आँख में आँसू हाथ में बस रुमाल होता है

और जानेजाने किसको मलाल होता है

तुम क्या जानो राजघराने की बातें हैं

तुम क्या जानो राजघराने की बातें हैं चाँदनगर में जश्न मनाने की बातें हैंसब सच्चे किरदार निकलकर चले गए हैं सब बातें झूठे अफसाने की बातें हैं

और जानेतुम क्या जानो राजघराने की बातें हैं

जब-जब उसका चेहरा देखा

जब-जब उसका चेहरा देखा कोई जाम छलकता देखासबने उसको कतरा देखा मैंने उसमें दरिया देखामैंने जब आईना देखा बस उसका ही चेहरा देखा

और जानेजब-जब उसका चेहरा देखा

वो हिम्मत करके पहले अपने अन्दर से

वो हिम्मत करके पहले अपने अंदर से निकलते हैं बहुत कम लोग, घर को फूँक कर घर से निकलते हैंअधिकतर प्रश्न पहले, बाद में मिलते रहे उत्तर कई प्रति-प्रश्न ऐसे हैं जो उत्तर से निकलते हैंपरों के बल पे पंछी नापते हैं आसमानों को

और जानेवो हिम्मत करके पहले अपने अन्दर से

कोठी नहीं है एक अदद झोपड़ी तो है

कोठी नहीं है एक अदद झोपड़ी तो है, हैं मुश्किलें हजार लबों पर हँसी तो हैलड़ती है तीरगी से कभी हारती नहीं दीये की रोशनी ही सही रोशनी तो है

और जानेकोठी नहीं है एक अदद झोपड़ी तो है

हिंदी गजल में माँ

वरिष्ठ गजलकार रवि खंडेलवाल माँ को अपने शेरों में व्यक्त करते हुए कहते हैं कि माँ को कोई जीते जी नहीं समझ सकता। माँ जब नहीं होती है, तभी माँ की कीमत समझ में आती है। माँ के बिना घर बहुत उदास और तन्हा लगता है।

और जानेहिंदी गजल में माँ