ददिया की कहानी
ददिया मुझे सुना दो फिर छोटी सी एक कहानी जिसमें प्यारा सा राजा हो और प्यारी सी रानी राजा हो ऐसा न्यारा, जो न्याय सदा ही करता हो
ददिया मुझे सुना दो फिर छोटी सी एक कहानी जिसमें प्यारा सा राजा हो और प्यारी सी रानी राजा हो ऐसा न्यारा, जो न्याय सदा ही करता हो
डांडी में स्थानीय सरकार ने संग्रहालय बनाकर अपने हेरिटेज के साथ गाँधी से संबंधित वस्तुओं तथा दस्तावेजों को सहेज रखा है।
यही गधा था जो मुस्कुरा रहा था अकाल पीड़ित गाँव के शौचालय की दीवार पर भी यही गधा था जो मुस्कुरा रहा था टीवी पर जो जनसभा हमने देखी थी
खुली जेल में मौसम कैसा है कैसे हैं दिन रात बंदियों को ठीक से नींद आती है या नहीं क्या उनको सामना करना पड़ता है
निरूपमा राय की ‘प्रतिरूप तुम्हारा’ कहानी संग्रह में ‘माँ’ के विभिन्न रूपों को दर्शाती, बहुत मार्मिक व भावना प्रधान कहानियाँ हैं।
मीडिया पर खबरें छाई हुई थीं। देवकीनंदन त्रिपाठी ने सुना तो सन्न रह गया था, ‘कौन मरवा दिया सुजतवा को।’