शिवपूजन जी को सरकारी अनुदान
हमें यह जानकर बड़ी प्रसन्नता हुई है कि आचार्य शिवपूजन सहाय जी को बिहार सरकार ने उनकी चिकित्सा के लिए पाँच हज़ार रुपए का अनुदान दिया है
हमें यह जानकर बड़ी प्रसन्नता हुई है कि आचार्य शिवपूजन सहाय जी को बिहार सरकार ने उनकी चिकित्सा के लिए पाँच हज़ार रुपए का अनुदान दिया है
हे कवि, जीवन-संध्या समीप है, तुम्हारे बाल पक गए; क्या तुम्हें अपने एकांत चिंतन में पारलौकिक संदेश सुनाई पड़ता है?
भारतीय नाट्य-साहित्य एकांकी की कल्पना से सर्वथा वंचित था, यह स्थापना पश्चिम के प्रति अंध पक्षपात-प्रदर्शन करने के अतिरिक्त कुछ नहीं।
मैं काली रात का सबसे काला धब्बा हूँ और चाँदनी रात का सबसे उज्ज्वल प्रकाश-स्तंभ। मैं वह केंद्र-बिंदु हूँ, जिससे काल की परिधि चारों दिशा में फैलती है।