जिंदगी को सफर रखना
दुश्मनों की अदा दोस्ती रोज उनकी ख़बर रखनाप्यार कर बंदगी दिलकश सिर्फ इसका असर रखनाखुशनुमा गरफिजा मकसद तो विहँसता शजर रखनाहै उजाला हसीं धड़कन हमसफर तू सहर रखना
दुश्मनों की अदा दोस्ती रोज उनकी ख़बर रखनाप्यार कर बंदगी दिलकश सिर्फ इसका असर रखनाखुशनुमा गरफिजा मकसद तो विहँसता शजर रखनाहै उजाला हसीं धड़कन हमसफर तू सहर रखना
हमेशा ख्वाब पाक मुनासिर है आदमीखुदा की यूँ इनायत मुनाजिर है आदमीनया नगमा हमक़दम मुआसिर है आदमी
कौन कहता है अजब दर्द है यारा अशआर है जिंदगीमहफिलों में विहँसती सदा आज उजियार है जिंदगीहर कदम हमनशीं है बनी प्यार की धार है जिंदगी
अजब रौशनी-सी बिखर के जिगर से नई जिंदगी की अदा दे गई हैकहाँ साथ देता जहाँ हमसफर-सा इबादत मगर हर दुआ दे गई हैचले हैं सभी हमक़दम मरहला को मगर चाल उनकी दगा दे गई है
खूब दिलेरी दिखा मगर खँडहर मकान मत करोभीलनी से राम तर गए इस तरह गुमान मत करोजो हुआ हँसी मजाक में पर लहू लुहान मत करो
मिला जब कुछ नहीं खलिहान से जमीं पर आसमां बोने लगेपसीने की कमाई क्या कहें नजर के सामने खोने लगेकिसी ने शील को सीता कहा जमाना दूध से धेले लगे