हमें यह कहना है!

अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन का विशेष अधिवेशन पटना में सानंद समाप्त हुआ। जहाँ तक अतिथियों के आगमन और स्वागत-सत्कार की बात रही, कोई त्रुटि नहीं होने पाई। और, यह सही है कि जिस उद्देश्य से सम्मेलन बुलाया गया था, वह सिद्ध नहीं हुआ, किंतु,

और जानेहमें यह कहना है!

दो भूत

भीषण अकाल का वर्ष था वह! गाँव के सारे लोग मंदिर में इकट्ठा हो गए। बाल-वृद्ध, स्त्री-पुरुष, गरीब-अमीर, सभी हाथ जोड़कर भगवान की प्रार्थना करने लगे–

और जानेदो भूत