आदमी की आयु

संसार की सृष्टि के बाद भगवान के सामने प्रश्न उठा, हर एक प्राणी को कितने वर्ष की आयु दे दी जाए? उसने पहले यह सोचा कि, सभी प्राणियों को समान वर्ष की आयु दे दी जाए। इसके बाद उसके सामने सबसे पहले गधा आ गया।

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राष्ट्रभाषा का स्वरूप

हिंदी राष्ट्रभाषा के पद पर आसीन हो गई। जो लोग किसी और भाषा को राष्ट्रभाषा के पद पर बैठाना चाहते थे उनके सपने टूट गए।

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मांडव

हाँ, तो यह मांडव है–शाही महलों का खंडहर। सैकड़ों नहीं, हजारों वर्ष बीत जाएँ और उन वर्षों पर भी कई युग दिन बनकर निकल जाएँ, लेकिन जब तक ये खंडहर हैं, तब तक इनके निर्माताओं की महान महात्वाकाँक्षा यहाँ व्यक्त रहेंगी और उनके प्रभाव से कोई भी पथिक अपने आपको मुक्त नहीं पा सकेगा।

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वृद्ध बेनीपुरी जी!

हाँ, बेनीपुरी जी, जिनकी जवानी, स्फूर्ति और मस्ती अजर-अमर कही जाती थी–वे भी बूढ़े होने लगे हैं! वृद्धावस्था की एक सीढ़ी अचानक वे चढ़ गए हैं।

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