पापा आप अपना ध्यान रखना
सब अच्छा है, मैं बहुत खुश हूँ पापा आप अपना ध्यान रखना मैं अभी नहीं आ पाऊँगी वे ऑफिस जाते हैं उन्हें देखना पड़ता है सुबह उठ कर जल्दी तैयार करना पड़ता है नाश्ता, खाना
सब अच्छा है, मैं बहुत खुश हूँ पापा आप अपना ध्यान रखना मैं अभी नहीं आ पाऊँगी वे ऑफिस जाते हैं उन्हें देखना पड़ता है सुबह उठ कर जल्दी तैयार करना पड़ता है नाश्ता, खाना
नदी की तेज़ रवानी में बह गए कुछ लोग जो रह गए हैं किनारे उदास रहते हैंहमारी ही तर्ह उन्हें इंतज़ार है तेरा अब आ भी जा कि सितारे उदास रहते हैंघरों में आग लगा कर जो मुस्कुराते थे
मेहनतकशों का दर्द वो समझेंगे क्या भला ढूँढ़े से जिनके हाथ में छाला नहीं मिलाइनसान भी मिले मुझे हैवान भी मगर गोरा नहीं मिला कहीं काला नहीं मिला
हमारी प्यास को दरिया कहाँ समझता है हमारी प्यास को बस प्यासे ही समझते हैं हमारे हक़ में ज़बाँ अपनी खोलता कैसे हम उसका दर्द
इक हसीं दुनिया बसा कर उसने हमको सौंप दी इस मुहब्बत का सिला उसको मिला ऐसा कि बसहर मुहब्बत का बुरा अंजाम होता है मगर हर मुहब्बत करने वालों को नशा ऐसा कि बसयह मुहब्बत हर मरज़ की इक दवा है दोस्तो! ये ख़ुदा ने दी है सबको, वो असर होगा कि बस
सारी दुनिया जल रही है नफ़रतों की आग में रात-दिन इसको हवा यूँ देने वाला कौन हैसारे मायावी शिकारी हैं हमारे आस-पास क्या पता किसके निशाने पर परिंदा कौन हैकोई हिंदू कोई मुस्लिम कोई सिख ईसाई है