ज्ञानी जाग बैठा है
संसार का सबसे बड़ा ज्ञानी जगा बैठा है और, टेलिप्रिंटर पर अक्षर उगे जा रहे हैं।
संसार का सबसे बड़ा ज्ञानी जगा बैठा है और, टेलिप्रिंटर पर अक्षर उगे जा रहे हैं।
उसकी चमकती आँखों ने वृद्धा के चेहरे की एक-एक सिकुड़न पोछ डाली, वह उलझ गई विचारों की कड़ियों में
नाम का तो यह गणतंत्र है, किंतु मालूम होता है, हमारी सरकार ने अँग्रेजी नौकरशाही के सब ऐब विरासत में ले लिए हैं।
हिंदी में जब ‘प्रगति’ के नाम पर बहुत कुछ हो रहा है और लोग इसके पीछे न जाने किस-किस की गति बना रहे हैं, तब यहाँ इस क्षेत्र में भी ‘भारतेंदु’ का कुछ करतब देख लेना चाहिए।