पराया कौन है
पराया कौन है और कौन है अपना सिखाया है हमें तो ठोकरों ने सोचकर बढ़ना सिखाया हैनहीं हम हार मानेंगे भले हों मुश्किलें कितनी चिरागों ने हवाओं से हमें लड़ना सिखाया हैवही है चाहता हम झूठ उसके वास्ते बोलें हमेशा हमको जिसने सच को सच कहना सिखाया है