बादल राग
इस दीवाली पर साथियों की सलाह पर विकास ने शहर की सभी शाखाओं और ऑफिस का एक ‘गेट-टूगेदर’ रखा। दीपावली की छुट्टी थी। सभी कर्मचारियों को बुलाया गया। चायपान की शानदार व्यवस्था की गई थी। अधिकांश लोग कुर्ते-पायजामे में और महिलाएँ साड़ियों में आई थीं। माहौल बहुत अच्छा था। पार्श्व में रविशंकर की सितार थी। आपस में अर्से बाद इस प्रकार का जमावड़ा हुआ था। बहुत जरूरी था अब के माहौल में। विकास सफेद कुर्ते-पायजामे में था। सबसे उत्साह से मिल रहा था। सभी कर्मचारी अपने परिवारों के साथ थे। बच्चों को बुलाया गया था। प्रीति भी गरिमा के साथ आई थी।