अजनबी
अचानक एक अजनबी का बिना मास्क लगाए करीब बैठकर फोटो खिंचवानेवाली बात को वह चटखारे ले-लेकर देर तक सुनाता रहा...।
अचानक एक अजनबी का बिना मास्क लगाए करीब बैठकर फोटो खिंचवानेवाली बात को वह चटखारे ले-लेकर देर तक सुनाता रहा...।
चुप क्यों हैं जवाब दीजिए न...कुछ तो बोलिए...आप चली गईं क्या...आप हैं नहीं क्या? गहरी-गहरी साँसें तो सुनाई दे रही हैं!
बरसों की घुटन शोक-संदेश से बाहर निकल–जी चाहा कोरोना की परवाह न करें...और भागकर बचपने में वापस लौट जाएँ।
जितना शायद वह इन इक्यावन सालों के वैवाहिक जीवन में नहीं टूटी उससे ज्यादा इन सोलह दिनों में टूट चुकी थी।
उसके अंदर की माँ जगी तो तवायफ का अंत हो गया और माँ ने बच्चों के लिए अपना बलिदान कर दिया। गोपाल और राधिका फूट-फूटकर रोने लगे।
उसके मन में पहले असहमति ने जन्म लिया फिर उसने उस भाव को झटका और अंततः स्वीकृति में सिर हिला दिया।