स्वप्न
सो जाने पर भी खिलौने खेलते हैं नींद के भीतर, कुछ जागते हुए भी नहीं। टूट जाते कुछ खेलते हुए सिमट जाते हैं कुछ, बिखरे हुए खिलौने... Image: Puppet theater…
बेटियाँ
मैंने जब दुनिया देखी, पापा! घर में फैल गया उजाला बेटी है लक्ष्मी कह माँ ने चुमा था।
बदलते परिवेश
यह दुनिया बदल गई है बदल गया है सोचने का ढंग चाल ढाल फैशन और मुलम्मा ने
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