अपना ध्यान
वे अपने नियम के बहुत पाबंद हैं उससे बाहर नहीं आना चाहते वे डॉक्टर की सलाह पर चलते हैं डॉक्टर ने कहा है कि अपना ध्यान रखना वे सिर्फ अपना ध्यान रखते हैं।
वे अपने नियम के बहुत पाबंद हैं उससे बाहर नहीं आना चाहते वे डॉक्टर की सलाह पर चलते हैं डॉक्टर ने कहा है कि अपना ध्यान रखना वे सिर्फ अपना ध्यान रखते हैं।
मुमकिन है कि कुछ भी नामुमकिन नहीं है मुमकिन है कि जो भी मुमकिन होगा किया जाएगा मुमकिन है कि अभी कुछ भी मुमकिन नहीं है।
तोड़कर अपने चतुर्दिक का छलावा जबकि घर छोड़ा, गली छोड़ी, नगर छोड़ा कुछ नहीं था पास बस इसके अलावा विदा बेला, यही सपना भाल पर तुमने तिलक की तरह आँका था
इस खानाबदोशी में धूप से बचने के लिए मुझे एक छाते की दरकार थी जबकि सारे रंगीन छाते मुल्क के बादशाह के महल में सजाकर रखे गए थे
साजन, होली आई है! सुख से हँसना, जी भर गाना मस्ती से मन को बहलाना मस्ती से मन को बहलाना पर्व हो गया आज– साजन, होली आई है हँसाने हमको आई है!
यह दुनिया शिलाखंड-सी... मगर वह आदमी अकेला तब भी रास्तों पर चल रहा होगा। वह गल रहा होगा हर लौ में सोये वक्त को जगाता हुआ।तुम नहीं कह सकते कि बंदूकों ने आदमी की लौ छीन ली है।