कानून की नजरों में
कानून की नजरों में बच्चे समय से पहले जवान हो रहे हैं क्योंकि आज कल तथागत तुलसी के साथ ही निर्भया जैसों के कातिल भी पैदा हो रहे हैं!
कानून की नजरों में बच्चे समय से पहले जवान हो रहे हैं क्योंकि आज कल तथागत तुलसी के साथ ही निर्भया जैसों के कातिल भी पैदा हो रहे हैं!
पहले हम पाँच भाई बहनआपस में एक गुड़िया के लिए लड़ा झगड़ा करते थे और माँ की डाँट सुन कर दिनभर उदास रहा करते थे
निरख रही है वह सूनी सूनी आँखों सेताखा पर रखा दीया जल रहा धीरे-धीरे समय की भट्टी में सुलग रही वह भी धीरे धीरे
कविता की रचना सिर्फ रचना नहीं है मेरे लिए मन की छटपटाहट जब खौलते पानी की तरह हीरह रह कर पट पट की आवाज से मेरे मन प्राण को जलाती
घर-बाहर, दृश्य-अदृश्य हर जगह होती है एक देहरी जिसे पार करना मना होता है औरतों को क्योंकि, कहीं भी कुछ हो कौंधता है
जिस दिन मैंने इस दुनिया में आकर प्रदूषण भरी स्वांस लिया उसी दिन मेरे बप्पा ने दरवाजे पर इस नीम के पेड़ को लगाया था।