मुमकिन है
मुमकिन है कि कुछ भी नामुमकिन नहीं है मुमकिन है कि जो भी मुमकिन होगा किया जाएगा मुमकिन है कि अभी कुछ भी मुमकिन नहीं है।
मुमकिन है कि कुछ भी नामुमकिन नहीं है मुमकिन है कि जो भी मुमकिन होगा किया जाएगा मुमकिन है कि अभी कुछ भी मुमकिन नहीं है।
आश्चर्य किया करते थे क्या तुमने नहीं देखा उन जिद्दी पौधों को जो चट्टानों की दरारों में
अगले ही पल, खिलखिलाती नर्तन करती, चली गई साथ देने की कोशिश में
मुट्ठी से सरक गई यूँ धूप गर्म हवा मानो मिट्टी से नीम चुरा गई छिटकी रोशनी को सँभालते-सँभालते शाम वे कयामत सी आ रही।
वसंत है हवा में फिर गमगीनी क्यों सपाट दोपहर अलसाई किरणें क्यों वसंत है
अंजुरी में समेटना समंदर और उगाना बालू पर कमल गिनती तारों की रात भर देखना उल्का पिंड सहम कर