दो विपरीत दिशाओं में

एक समय की बात है दुख और व्याकरण की लड़ाई में दुख ने व्याकरण से कहा, ‘मेरा कोई व्याकरण नहीं होता।’

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बच्चे के शिक्षक को पत्र

उसे नदियों और पेड़ों और पर्वतों के बारे में बताना उसे बरगद के बारे में बताना तो कली और तुलसी के बारे में भी नीम और पीपल, बादल और बिजली के बारे में बताना अजगर, हाथी, घोड़ों के बारे में बताते हुए बेचारे एक केंचुए को न भूल जाना

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