लोहे के पेड़ हरे होंगे!
लोहे के पेड़ हरे होंगे, तू गान प्रेम का गाता चल
मुझे लौटकर जाने दो
मुझको वापिस बुला रहे हैं, मुझे लौट कर जाने दो! एकबार फिर बीते सपनों से संसार सजाने दो!
लोहे के पेड़ हरे होंगे, तू गान प्रेम का गाता चल
मुझको वापिस बुला रहे हैं, मुझे लौट कर जाने दो! एकबार फिर बीते सपनों से संसार सजाने दो!