ठाकुरोपनिषद्
तुम्हारे नयन-रथ में ही सूर्य सवार हो कर भ्रमण करेंगे : जगत-पहिया खोजने के लिए ।
तुम्हारे नयन-रथ में ही सूर्य सवार हो कर भ्रमण करेंगे : जगत-पहिया खोजने के लिए ।
देश-काल-स्वागत में ऋतुओं का दीपक समंदर-सा खारा है बाती का अंतरीप न्यारा है
फूल बटन-होल का– एंटिक पेपर पर एक पीठ छपा हुआ टी.बी. का नुस्खा या ऐटम का चित्र नहीं,