क्लार्क और फाइल
फाइल भी क्लर्क की निष्ठुरता से उदास हो कर बोली–यदि तुम ही मेरा साथ छोड़ दोगे, तो दुनिया में मेरा अस्तित्व ही नहीं रह जाएगा।
फाइल भी क्लर्क की निष्ठुरता से उदास हो कर बोली–यदि तुम ही मेरा साथ छोड़ दोगे, तो दुनिया में मेरा अस्तित्व ही नहीं रह जाएगा।
“...जब बंबई जाऊँगा तो कोलाबा में प्यार के भाव पूछ और अपनी जेब देख प्यार खरीदूँगा।”
भीषण अकाल का वर्ष था वह! गाँव के सारे लोग मंदिर में इकट्ठा हो गए। बाल-वृद्ध, स्त्री-पुरुष, गरीब-अमीर, सभी हाथ जोड़कर भगवान की प्रार्थना करने लगे–