आरक्षण
आरक्षण विरोधियों को? अयोग्य तो दोनों ही हैं। नौकरी की निर्धारित योग्यता तो दोनों में ही नहीं है। विरोध करना है तो दोनों ही तरह के आरक्षण का होना चाहिए।
आरक्षण विरोधियों को? अयोग्य तो दोनों ही हैं। नौकरी की निर्धारित योग्यता तो दोनों में ही नहीं है। विरोध करना है तो दोनों ही तरह के आरक्षण का होना चाहिए।
किसी दूसरी को लाओगी न, तो उसका भी यही हश्र होगा अम्मा। मैं घर में रहकर भी उसकी रक्षा नहीं कर पाऊँगा और बँधे हाथ-पाँव भी,
तीनों को मालूम है कि पति ने चाय के लिए एक ही बार कहा था। शालू से रहा नहीं गया। रसोई से चाय लाते समय वह बोली, ‘सासू माँ, क्या आपकी सास ने भी आपके साथ ऐसा सलूक किया था
यह सुनकर ओजसिंह के हाथ जुड़ गए। वक्त देखकर सुमन जी ने कहा, ‘हाँ, एक वह रेडियो होता है न, जिसमें तस्वीरें आती हैं...वह दे देना।’
‘बड़ी मुश्किल से कपूर औरों से तीस रुपये एडवांस दिए, जैसे बहुत बड़ा अहसान कर रहे हो।’ दयावती ने माँ को पैसे दिए,
वह ज्योतिषी के यहाँ पहुँचा तो भीड़ न पाकर हैरान भी हुआ और खुश भी। नमस्ते करके उसने अनमने भाव से दोनों बच्चों की कुंडली के कागज उनके सामने रख दिए और हाथ बाँधकर बैठ गया।