ईश्वर सब देखता है
मंदिर के चबूतरे पर पालथी मारकर पुजारी ने अपने प्रवचन आरंभ करने से पूर्व भगवान की मूर्ति को देखा और शंख फूँककर वातावरण में भक्ति का भाव भरा। तत्पश्चात भक्तगण की ओर मुखातिब होकर कहा–‘प्रिय भक्तो! कल मैंने आप सभी को ईश्वर की महिमा के बारे में बताया था, उसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए मैं कहना चाहूँगा कि हम सब अपने जीवन में जो कार्य करें, सोच-समझकर करें, क्योंकि हम जो भी अच्छा या बुरा करते हैं, उसे कोई देखे या न देखे, ईश्वर जरूर देखता है...इसलिए हमें ईश्वर से डरना चाहिए...।’