विदेशी कवियों के हिंदी अनुवाद–(स्थिति और चुनौतियाँ)

अनुवाद दो भाषाओं को जोड़ने वाला पुल है। अनुवाद के द्वारा ही हम किसी दूसरे देश, प्रांत के साहित्य, कला, संस्कृति व विज्ञान से परस्पर परिचित हो सकते हैं।

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कवि-परंपरा में कैलाश वाजपेयी

कैलाश वाजपेयी उसी परंपरा के कवि हैं जिन्होंने कविता में वह सब कहने की चेष्टा की है जो बीसवीं शताब्दी के मनुष्य के साथ घटा है।

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आदिम रसगंधों के गायक रेणु

हिंदी कथा साहित्य के क्षेत्र में फणीश्वरनाथ रेणु का आगमन एक महत्त्वपूर्ण घटना है। इन्होंने कथा साहित्य को लोकजीवन के अपार वैभव से जोड़कर उसमें निहित संभावनाओं का अधिकतम दोहन किया है।

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साहित्य-ऋषि उदय राज सिंह

एक समय था जब बिहार पत्र-पत्रिकाओं की मरुभूमि के नाम से कुख्यात रहा, इसका कारण प्रतिभाशाली पत्रकारों या प्रबुद्ध पाठकों की कमी नहीं थी बल्कि एक संयोग था कि यहाँ के विद्वान कलकत्ता, दिल्ली, बनारस मुंबई, लखनऊ, कानपुर से प्रकाशित होनेवाली पत्र-पत्रिकाओं के संपादक थे और यहाँ के पाठक अन्य प्रदेशों से निकलनेवाली पत्र-पत्रिकाएँ पढ़ रहे थे।

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ओड़िया समाज के मानवोत्थान की कहानियाँ

गौरहरि दास की कहानियाँ, दो भिन्न पीढ़ियों में हो रहे बदलाव को रेखांकित ही नहीं करता, उनके बारीकियों को सामने लाता है।

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हिंदी कविता में वसंत

कविता में वसंत विविध रूपों में आता है। समकालीन कविता में कवियों ने युगीन यथार्थ को वसंत के माध्यम से व्यक्त किया है।

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