बापू के साबरमती आश्रम से
Gandhi Abbas Tyabji- Wikimedia Commons

बापू के साबरमती आश्रम से

वर्ष 2017 का नवंबर माह। चम्पारण सत्यागह का शताब्दी वर्ष चल रहा था। बिहार सरकार की पहल पर पटना के ज्ञान भवन में एक विचार गोष्ठी आयोजित थी। बैठक में…

और जानेबापू के साबरमती आश्रम से

सकल संसार है अम्मा

एक रोचक घटना याद आ रही है। मैं तब दस साल का था। पिता जी किसी काम से बाहर गए हुए थे। राशन लाना जरूरी था।

और जानेसकल संसार है अम्मा

एक नाव में अनेक नाविक

सर्जना बहुत अलग विषय है, वह छठवीं इन्द्री के जाग्रत होने पर अवतरित होती है। व्यवसाय से सर्जना का कोई संबंध नहीं है। सर्जक होना सौभाग्य होता है।

और जानेएक नाव में अनेक नाविक

राबर्ट बर्न की कविताओं का सार्थक अनुवाद

रॉबर्ट बर्न अन्याय, शोषण और विसंगतियों के विरुद्ध अपनी कविताओं को अभिव्यक्त करते हैं और जब तक ऐसी स्थितियाँ संस्मरण रहेंगी

और जानेराबर्ट बर्न की कविताओं का सार्थक अनुवाद

अपने आराध्य की जन्मभूमि के दर्शन

सिताब दियारा से कटिहार के पूर्वी छोर तक गंगा की धारा बदलने से जहाँ-तहाँ कुछ जमीन छूट गई है, वैसे क्षेत्र को दियारा कहा जाता है।

और जानेअपने आराध्य की जन्मभूमि के दर्शन

फीजी यात्रा @ विश्व हिंदी सम्मेलन

भगवान श्रीकृष्ण ने गीता में अर्जुन को प्रबोधते हुए कहा था कि ‘योग: कर्मसु कौशलम् अर्थात कर्म की कुशलता का नाम ही योग है। कर्म ही धर्म है। मैंने अपने चार दिनों के प्रवास में देखा कि वहाँ के प्रत्येक नागरिक ने कर्म की कुशलता को अपने जीवन में अपना लिया है।

और जानेफीजी यात्रा @ विश्व हिंदी सम्मेलन