आंद्रे ज़ीद
प्रचलित कहावत है ‘आदमी सामने रखता है, भगवान अस्वीकार करता है। ज़ीद ने इसे उलट दिया है। ज़ीद के अनुसार आदमी, कलाकार के रूप में, भगवान की सृष्टि में से वह चीज चुन लेता है जिसे वह कला में परिवर्तित करेगा।
प्रचलित कहावत है ‘आदमी सामने रखता है, भगवान अस्वीकार करता है। ज़ीद ने इसे उलट दिया है। ज़ीद के अनुसार आदमी, कलाकार के रूप में, भगवान की सृष्टि में से वह चीज चुन लेता है जिसे वह कला में परिवर्तित करेगा।