सावन का गीत
भारतीय शृंगार प्रसाधन की गुरुता और महत्ता इतनी रोचक है और यह रही होगी कि हमारे लोकगीतों तक में थोड़ा बहुत जिक्र इस विषय का मिलता है। शृंगार तो अब कई प्रकार के और नए-नए ढंग से प्रचलित है।
भारतीय शृंगार प्रसाधन की गुरुता और महत्ता इतनी रोचक है और यह रही होगी कि हमारे लोकगीतों तक में थोड़ा बहुत जिक्र इस विषय का मिलता है। शृंगार तो अब कई प्रकार के और नए-नए ढंग से प्रचलित है।
सिगरेट के मुँह को दियासलाई की छोटी-सी ज्वाला से जला दिया। प्रश्न उठता है–निर्धनता के जाल में तड़पने वाले प्राणी को सिगरेट पीने का क्या अधिकार?
पहले शीर्षक से आप चौंकेंगे–सो उसे समझा दूँ। भगवे से तात्पर्य है हिंदूधर्म की ध्वजा जैसे शिवाजी का भगवा झंडा, ‘हिंदू पद-पादशाही’ की पताका।
अखिल भारतीय हिंदी साहित्य सम्मेलन का विशेष अधिवेशन पटना में सानंद समाप्त हुआ। जहाँ तक अतिथियों के आगमन और स्वागत-सत्कार की बात रही, कोई त्रुटि नहीं होने पाई। और, यह सही है कि जिस उद्देश्य से सम्मेलन बुलाया गया था, वह सिद्ध नहीं हुआ, किंतु,
चरखे गा दे, जी के गान!*एक डोरा सा उठवा जी परदोनों कहते बल दे, बल दे,
भीषण अकाल का वर्ष था वह! गाँव के सारे लोग मंदिर में इकट्ठा हो गए। बाल-वृद्ध, स्त्री-पुरुष, गरीब-अमीर, सभी हाथ जोड़कर भगवान की प्रार्थना करने लगे–