कवि का शांति-पथ
शांतिनिकेतन एक द्रष्टा कवि का दिखाया हुआ शांति-पथ है। कवि आज जो कुछ सोचता अथवा करता है, मानव समाज अनागत भविष्य में उसी का अनुसरण किया करता है।
शांतिनिकेतन एक द्रष्टा कवि का दिखाया हुआ शांति-पथ है। कवि आज जो कुछ सोचता अथवा करता है, मानव समाज अनागत भविष्य में उसी का अनुसरण किया करता है।
सामने सागर भरा फिर भी रहे प्यासे! हो गए जीवन अनोखी एक उपमा-से
मेरे दिमाग में यह बात ही नहीं आई कि इतने बड़े और प्रसिद्ध लेखक, जिनसे मेरा केवल एक दिन का परिचय है, अपने घर के भीतर बीस तरह के कामों में व्यस्त हो सकते हैं और इस विशेष क्षण में किसी अत्यंत महत्त्वपूर्ण रचना में तल्लीन हो सकते हैं
यूरोप ने पिछले 50 वर्षों के अंदर जो 10-12 महान कलाकार पैदा किए हैं, उनमें अँग्रेजी लेखक स्वर्गीय जार्ज आर्वेल का भी एक नाम आएगा।
जाड़े के दिन थे और बेकारी की दुपहरी आने पर थी। घर में बैठे-बैठे तबीयत नहीं लग रही थी। इसी वक्त आ पड़े मेरे एक मित्र जिन्हें सुविधा के लिए मि. लाल कह लें। आते ही उन्होंने कहा, “शिकार में चलते हो?”