भूख Post author:abhiranjan.priyadarshi Post published:March 1, 1976 Post category:कथा धारा Post comments:0 Comments दूर-दूर से भूखों की टोलियाँ मेरे हाते में पहुँचतीं और जहाँ कहीं भी डूबे हुए अनाज मिलते उन्हें डुबकी लगाकर लूट लेतीं। और जानेभूख