समय
Mother And Child by Mary Cassatt- WikiArt

समय

माँ को गए जाने कितनेबरस बीत चुके हैं आज भी वो मुझेहर दिन नींद से जगाती है जलती हुई मशाल-सीअंधकार में राह सुझाती है डूबने को होता हैजब संसार के…

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 पेड़ : एक तट पर दूसरा पानी में
Trees Mirrored in a Pond by Egon Schiele- WikiArt

पेड़ : एक तट पर दूसरा पानी में

(मूल कन्नड़ से हिंदी अनुवाद: टी.जी. प्रभाशंकर प्रेमी) पोखर के तट पर एक पेड़ पोखर के अंदर दूसरा पेड़ ऊपर सचमुच का पेड़ नीचे प्रतिबिंब पेड़ लहरें जब उठती हैं…

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 शिव ही जाने
Agony by Egon Schiele- WikiArt

शिव ही जाने

(मूल कन्नड़ से हिंदी अनुवाद : टी.जी. प्रभाशंकर प्रेमी) हमारे सपने में खिले फूल जाने किसने फाड़ा! हरे धुन में हमें डुबोया गीत कहाँ अब? हमारी आस तैराया सरोवर हाय!…

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 सूरज-रूपी पेड़
Roses under the Trees by Gustav Klimt- WikiArt

सूरज-रूपी पेड़

(मूल कन्नड़ से हिंदी अनुवाद : टी.जी. प्रभाशंकर प्रेमी) सूरज-रूपी पेड़ में नील अंबर भर तरुमूल, जटा दिन रूपी शाखा डाल में धूप रूपी अंकुरित फूल खिलकर फूल रोशनी रूपी…

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 कहाँ है अंतिम आस
. Bare Tree behind a Fence by Egon Schiele- WikiArt(1)

कहाँ है अंतिम आस

(मूल कन्नड़ से हिंदी अनुवाद : टी.जी. प्रभाशंकर प्रेमी) जलते दिन के ताप में हरा भुन गया था साँस नहीं ठंडी हवा में सफेद पन्ने पर मसि फेंकने जैसे एकला…

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हे दर्पण

(मूल कन्नड़ से हिंदी अनुवाद : टी.जी. प्रभाशंकर प्रेमी) हे दर्पण! आँखें हैं क्या तुम्हें भी?या! दर्पण की है क्या मेरी आँखें?तुम देख रहे हो न मुझे?या मैं देख रहा…

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