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 उपहार

उपहार

  • Post author:Anita Kumari
  • Post published:October 1, 2020
  • Post category:कथा धारा
  • Post comments:0 Comments

मैं बहुत खुश हूँ। आगे भी पढ़ाई जारी रखना। तुम मेधावी एवं मेहनती छात्रा हो, पढ़-लिख जाओगी तो जीवन बन जाएगा।

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 जमीन की शक्ति

जमीन की शक्ति

  • Post author:Anita Kumari
  • Post published:October 1, 2020
  • Post category:कथा धारा
  • Post comments:0 Comments

ऊपर से नीचे आने में बहुत दुःख होता है, क्यों न जमीन से ही जुड़े रहो, यहाँ गिरने का खतरा नहीं।

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 काठ की हाँडी

काठ की हाँडी

  • Post author:Anita Kumari
  • Post published:October 1, 2020
  • Post category:कथा धारा
  • Post comments:0 Comments

मैं विकलांग होकर जीवन चला सकता हूँ, तो तुम पढ़ी-लिखी एवं सर्वांग होते हुए भी अपना जीवन क्यों नहीं चला सकती?

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 कसौटी

कसौटी

  • Post author:Anita Kumari
  • Post published:October 1, 2020
  • Post category:कथा धारा
  • Post comments:0 Comments

लेन-देन की बात क्या करूँगा! मैं तो चाहता हूँ कि मेरा बेटा आप ले लें और अपना बेटा मुझे दे दें।

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 अपाहिज

अपाहिज

  • Post author:Anita Kumari
  • Post published:October 1, 2020
  • Post category:कथा धारा
  • Post comments:0 Comments

पापा! अगर मैं अपने पैरों पर खड़ा नहीं भी हो सका हूँ तो क्या! वह तो अपने पैरों पर खड़ी है

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 उम्मीद

उम्मीद

  • Post author:Anita Kumari
  • Post published:October 1, 2020
  • Post category:काव्य धारा
  • Post comments:0 Comments

तम के गह्वर में दीये की टिमटिमाती लौ देती है इक उम्मीद जो निज पर को फड़फड़ाते हुए एक ऐसी उड़ान भरती है

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