अफगानिस्तान का सिनेमा

अफगानिस्तान के बारे में इस समय सारी दुनिया में चर्चा हो रही है। वहाँ तालिबान का कब्जा हो चुका है और सारी दुनिया अफगानिस्तान के भविष्य को लेकर चिंतित है। अफगानिस्तान के सिनेमा के बारे में दुनिया भर में बहुत कम चर्चा होती है। आश्चर्य है कि भारत में भी इस बारे में कभी कोई खास बातचीत नहीं सुनी गई है जबकि अफगानिस्तान के साथ भारत के ऐतिहासिक और पौराणिक रिश्ते बहुत गहरे रहे हैं। र

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भारतीय साहित्य और वाचिक परंपरा

प्राचीन भारतीय साहित्य का बहु भाग बोलचाल के शब्दों का व्यक्त रूप है। संरक्षण की दृष्टि से वह वाचिक परंपरा की संपत्ति है। वेदों का संरक्षण एक अक्षर की भी क्षति हुए बिना युगों से वाचन (पाठ की) कठिन व जटिल व्यवस्था द्वारा किया गया। भारतीय इतिहास में लेखन का परिचय विदेशियों के प्रभाव से बाद में हुआ।

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बैटरी

उसकी आँखों के सामने एक के बाद एक, बैटरी के कई रूप अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे थे–कार की बैटरी, फोन की बैटरी, उसकी खुद की भी; और खास तौर से उस अनजान फरिश्ते की, जो अपनी मदद की बैटरी से ताउम्र के लिए एक सुखद ऊर्जामयी अहसास छोड़ गया था।

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था तो इश्क ही

उसने तो यही कहा था उसकी रूह मेरी थी मेरे जिस्म की वो मालिक थी इश्क का टाइप कुछ भी कहे दुनिया मगर फिर भी था तो...इश्क ही

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