दिल करे तो कभी खफा होना
दिल करे तो कभी खफा होना हाँ मगर, हम से मत जुदा होनाइक नई फिक्र को हवा देगा जर्द पत्तों का फिर हरा होनायाद है हमको उस तबस्सुम का लब पे आते ही फलसफा होना
दिल करे तो कभी खफा होना हाँ मगर, हम से मत जुदा होनाइक नई फिक्र को हवा देगा जर्द पत्तों का फिर हरा होनायाद है हमको उस तबस्सुम का लब पे आते ही फलसफा होना
चुरा के राग रंग खून से होली भर दी हवा में किसने सियासत की ये बोली भर दी चला था लेके चबेना मैं कल सफर के लिए किसी ने छिप के मेरी जेब में गोली भर दी
अँधेरे चंद लोगों का अगर मकसद नहीं होते यहाँ के लोग अपने आप में सरहद नहीं होतेन भूलो, तुमने ये ऊँचाइयाँ भी हमसे छीनी हैं हमारा कद नहीं लेते तो आदमकद नहीं होते
ये माना आईने से सामना अच्छा नहीं लगता किसे खिड़की से बाहर देखना अच्छा नहीं लगताकहीं अब भी वो अंदर से हमें आवाज देता है मगर क्यूँ अपने अंदर लौटना अच्छा नहीं लगता
जब भी देखूँ उनको, आँखों के लिए राहत है उनमें पेड़ों पर आए हैं पत्ते फिर नई रंगत है उनमेंभेद सारा खोल देते हैं वो आँखों से निकल कर आँसुओं को कम भी मत समझो, बड़ी ताकत है उनमें
समाहित कर ले तू इनमें अगर किरदार का जादू तो फिर सर चढ़ के बोलेगा तेरे अशआर का जादूकभी सोचा नहीं था इस तरह नींदें उड़ाएगा हकीकत का मेरे ख्वाबों से हर इकरार का जादूमैं तेरे ध्यान के फूलों को अपने दिल में रखता हूँ मेरी हस्ती में शामिल है तेरी महकार का जादू