आँखों से स्कैन किया

आँखों से स्कैन किया

आँखों से स्कैन किया
कातिल चेहरा बैन किया

खौफ की इक कालीन बिछा
दुश्मन को बेचैन किया

भक्त बना शिव का मैं भी
घर अपना उज्जैन किया

सपने सब रंगीन हुए
श्रम मैंने दिन रैन किया

हरियाली पर धूप बिछा
जंगल मन बेचैन किया

मेरी गजल की खुशबू ने
सबको अपना फैन किया

कौन ‘कँवल’ को समझाए
क्या उस शोख ने बैन किया।


Image : Portrait of Eugene Lamy
Image Source : WikiArt
Artist : Gustave Caillebotte
Image in Public Domain

द्वारा भी