आपका अपना कोई चेहरा नहीं

आपका अपना कोई चेहरा नहीं

आपका अपना कोई चेहरा नहीं
आइना क्या आपने देखा नहीं

धूप की बातों से वो थकता नहीं
जो कभी भी धूप में निकला नहीं

जिसकी खातिर उम्र हमने काट दी
आज तक वो सामने आया नहीं

चलते-चलते थक गई है जिंदगी
रास्ते में एक भी साया नहीं

देखिए तो मेहरबानों की है भीड़
सोचिए तो एक भी अपना नहीं।


Image : The Victorian Chair
Image Source : WikiArt
Artist : Childe Hassam
Image in Public Domain