आपसे मिलकर मुझे अच्छा लगा

आपसे मिलकर मुझे अच्छा लगा

आपसे मिलकर मुझे अच्छा लगा
प्यार का तेवर मुझे अच्छा लगा

आपसे संवेदना यों मिली
पत्थरों का घर मुझे अच्छा लगा

जिंदगी भर धूप को सहते हुए
छाँव में रुककर मुझे अच्छा लगा

आपके संग प्यार से चलते हुए
राह में पल भर मुझे अच्छा लगा

दर्द का ज्वाला मुखी डर पर लिए
याद में रोकर मुझे अच्छा लगा

आप जब गाने चली मेरी गजल
बाँसुरी का स्वर मुझे अच्छा लगा।


Image : Summer evening on Skagens beach
Image Source : WikiArt
Artist : Peder Severin Kroyer
Image in Public Domain