अब दिलों में प्यार का जज्बा नहीं

अब दिलों में प्यार का जज्बा नहीं

अब दिलों में प्यार का जज्बा नहीं
ये हकीकत है कोई किस्सा नहीं

हो गए रिश्ते लिबासों की तरह
चाहे जब बदलो कोई टंटा नहीं

रंजिशें ओढ़े मिले हैं यार सब
प्यार से रहना हमें आया नहीं

खुद को ही लगने लगूँगा खौफनाक
ख्वाब में ये तो कभी सोचा नहीं

वोट अपना फेंक आने के सिवा
अब यकीनन दूसरा चारा नहीं

शायरी वह शख्स क्या कर पाएगा
गम का जिसके पास सरमाया नहीं।


Image : Park Bench (aka An Idle Hour in the Park – Central Park)
Image Source : WikiArt
Artist : William Merritt Chase
Image in Public Domain

हरेराम ‘समीप’ द्वारा भी