बिंब अंबर के मरने लगे

बिंब अंबर के मरने लगे

बिंब अंबर के मरने लगे
आह! तारे भी भरने लगे

धर्म, कैसे निभाएँगे वे
जो वचन से मुकरने लगे

स्वप्न की, बात कैसे करे
स्वप्न से, लोग डरने लगे

पा के आदेश नित आपके
आदमी, घास चरने लगे

दोष-दृष्टि का अब देखिए
दीप पानी से जरने लगे

क्या हुआ हारकर आप क्यों
बात, मृत्यु की करने लगे

याद, करते हुए, कर्म को
चाँद बनके हम तरने लगे।


Image : Tukkimiehiä Nuotiolla
Image Source : WikiArt
Artist : Pekka Halonen
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चाँद मुंगेरी द्वारा भी