पल पल रंग बदलते

पल पल रंग बदलते

पल पल रंग बदलते देखे हमने अपनी आँखों से
चेहरे पर भी चेहरे देखे हमने अपनी आँखों से

अखबारों में छपा हुआ है, कुछ भी नहीं हुआ लेकिन
बस्ती के घर जलते देखे हमने अपनी आँखों से

हिम्मत का परचम लहराकर डींग मारने वाले भी
परछाई से डरते देखे हमने अपनी आँखों से

हर हालत में सच कहने जिनसे ये उम्मीद थी, वो
दरबारों में झुकते देखे हमने अपनी आँखों से

तुम्हें पता क्या मिट्टी के इन दीयों की क्या ताकत है
तूफानों में जलते देखे, हमने अपनी आँखों से

भोले-भाले हर शायर के सीधे सादे लफ्ज़ सभी
अंगारों में ढलते देखे हमने अपनी आँखों से।


Image : Old man Dressed as Saint Paul
Image Source : WikiArt
Artist : Rembrandt
Image in Public Domain

माधव कौशिक द्वारा भी